Title: Jharkhand Samanya Gyan
Author: Manish Ranjan
Price: 495/-
ISBN: 9789351867982
About Book
झारखंड राज्य प्रकृति, संस्कृति, राजनीतिक और भौगोलिक संरचना की सघन विविधता का अद्भुत उदाहरण है। संगीत और नृत्य में झूमता यह प्रदेश मांदर और बाँसुरी की धुन पर जीते हुए सामूहिकता की भावना को आगे बढ़ाता है। करमा, सरहुल, टुसु, सोहराई जैसे पर्व और अनुष्ठानों के बीच जनजातीय जीवन की सादगी तथा स्वच्छता के साथ प्रकृति की सुषमा का वरदान इसकी विशेषता है। 'चलना जहाँ नृत्य और बोलना जहाँ संगीत'-वास्तव में यही झारखंड की परिभाषा एवं प्रस्तावना है। यह पुस्तक झारखंड के विषय में संपूर्ण जानकारी देती है।
दस अध्यायों में विभक्त यह पुस्तक प्रदेश की ऐतिहासिक, भौगोलिक, राजनीतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक स्थिति का विस्तार से विश्लेषण करती है। सामाजिक झारखंड में वर्तमान में हुए विकास और परिवर्तन की तर्कपूर्ण और रोचक प्रस्तुति इसे विशिष्ट बनाती है।
इसके अलावा झारखंड में क्रियान्वित विभिन्न योजनाएँ, संप्रति झारखंड सांख्यिकीय उपस्थापन और झारखंड प्रश्नावली जैसे प्रतियोगितापरक अध्याय इसके मुख्य आकर्षण हैं। यहाँ ज्ञानवर्धक तथ्यों के साथ-साथ एक विचारपरक व्याख्या भी है, जिससे यह पुस्तक न केवल प्रतिभागियों की दृष्टि से अपितु शोधकों, अध्यापकों और पाठकों के झारखंड दिग्दर्शन हेतु पूर्णतया उपयोगी और पठनीय है।
About Author:
डॉ. मनीष रंजन वर्ष 2002 बैच के आईएएस अफसर हैं और वर्तमान में झारखंड सरकार में कार्यरत हैं। उन्होंने झारखंड में विभिन्न जिलों में उपायुक्त सह-जिला कलेक्टर के रूप सफलतापूर्वक काम किया है। आईआरएमए, गुजरात से एम.बी.ए. करने के बाद उन्होंने मैनेजमेंट स्टडीज में पी-एच.डी. की उपाधि हासिल की।शानदार शैक्षणिक और पेशेवर कॅरियर में उन्होंने आईएएस की मेरिट में पहला स्थान हासिल करके डायरेक्टर्स गोल्ड मेडल हासिल किया था। उन्हें लगातार दो वर्ष प्रधानमंत्री मनरेगा उत्कृष्टता पुरस्कार, राष्ट्रपति से निर्मल ग्राम पुरस्कार, एशियन फेडरेशन ऑफ इंटेलेक्चुअल डिसेबिलिटीज, जापान-एएफआईडी से स्टार राफ्ट पुरस्कार और शारीरिक विकलांगों के लिए अनुकरणीय कार्य करने के लिए नेशनल ट्रस्ट के स्पंदन पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
उन्होंने कई बेस्ट सेलर पुस्तकें लिखी हैं, जो संचार कौशल, निर्णय एवं समस्या समाधान के साथ-साथ सिविल सेवा अभिरुचि परीक्षा (सीएसएटी) पर केंद्रित हैं।
डॉ. रंजन डॉ. कलाम के बड़े प्रशंसक रहे हैं और उनसे कई बार मिले भी।प्रश्नोत्तरी में उनकी गहरी रुचि है तथा प्रश्नोत्तरी में वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई बार विजेता रहे हैं। उन्होंने डॉ. कलाम के जीवन के महत्त्वपूर्ण पहलुओं को प्रश्नोत्तरी के रूप में प्रस्तुत किया है।
उन्होंने कई बेस्ट सेलर पुस्तकें लिखी हैं, जो संचार कौशल, निर्णय एवं समस्या समाधान के साथ-साथ सिविल सेवा अभिरुचि परीक्षा (सीएसएटी) पर केंद्रित हैं।
डॉ. रंजन डॉ. कलाम के बड़े प्रशंसक रहे हैं और उनसे कई बार मिले भी।प्रश्नोत्तरी में उनकी गहरी रुचि है तथा प्रश्नोत्तरी में वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई बार विजेता रहे हैं। उन्होंने डॉ. कलाम के जीवन के महत्त्वपूर्ण पहलुओं को प्रश्नोत्तरी के रूप में प्रस्तुत किया है।
अनुक्रम
|
|||
भूमिका
|
7
|
||
1
|
झारखंड का इतिहास
|
15-45
|
|
•
|
पुराकालीन इतिहास
|
15
|
|
•
|
मध्यकालीन इतिहास
|
18
|
|
•
|
आधुनिक काल
|
24
|
|
•
|
झारखंड के प्रमुख विद्रोह एवं आंदोलन
|
29
|
|
•
|
झारखंड के ऐतिहासिक घटनाक्रम
|
37
|
|
•
|
झारखंड में स्वतंत्रता आंदोलन
|
41
|
|
•
|
झारखंड राज्य निर्माण के बाद का घटनाक्रम
|
45
|
|
•
|
विभिन्न शासन व्यवस्थाएँ
|
45
|
|
2
|
झारखंड आंदोलन
|
63-90
|
|
•
|
झारखंड के सदान
|
63
|
|
•
|
झारखंड में राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम
|
66
|
|
•
|
झारखंड के स्वतंत्रता सेनानी
|
72
|
|
•
|
झारखंड के विभूति
|
78
|
|
•
|
आधुनिक झारखंड का गठन
|
83
|
|
•
|
झारखंड आंदोलन के संगठन
|
90
|
|
3
|
झारखंड की विशिष्ट पहचान
|
92-182
|
|
•
|
सामाजिक संरचनात्मक अवलोकन
|
93
|
|
•
|
झारखंड की जनजातियाँ
|
95
|
|
•
|
विभिन्न वैवाहिक परंपराएँ
|
117
|
|
•
|
प्रमुख पर्व एवं त्योहार
|
121
|
|
•
|
झारखंड के प्रमुख मेले
|
126
|
|
•
|
राजनीतिक स्थिति
|
133
|
|
•
|
झारखंड का शासन और प्रशासन
|
134
|
|
•
|
मुख्यमंत्री एवं मंत्रिपरिषद्
|
138
|
|
•
|
विधानसभा
|
140
|
|
•
|
न्यायपालिका
|
142
|
|
•
|
महाधिवक्ता
|
144
|
|
•
|
लोकायुक्त
|
144
|
|
•
|
झारखंड की प्रशासनिक इकाई
|
163
|
|
•
|
आर्थिक स्थिति
|
163
|
|
•
|
पर्यटन में अपार संभावनाएँ
|
177
|
|
•
|
धार्मिक विशिष्टताएँ एवं पहचान
|
182
|
|
4
|
झारखंड का लोक साहित्य
|
186-207
|
|
•
|
लोक साहित्य
|
186
|
|
•
|
पारंपरिक कला
|
187
|
|
•
|
लोक संगीत
|
191
|
|
•
|
झारखंड के लोक नृत्य
|
193
|
|
•
|
झारखंड के प्रमुख वाद्य-यंत्र
|
201
|
|
•
|
झारखंड के दर्शनीय स्थल
|
207
|
|
5
|
झारखंड का साहित्य व साहित्यकार
|
222-230
|
|
•
|
नागपुरी साहित्य
|
222
|
|
•
|
खोरठा साहित्य
|
224
|
|
•
|
पंचपरगनिया साहित्य
|
224
|
|
•
|
कुरमाली साहित्य
|
225
|
|
•
|
संथाली साहित्य
|
226
|
|
•
|
उराँव या कुडुख साहित्य
|
227
|
|
•
|
मुंडारी साहित्य
|
228
|
|
•
|
हो साहित्य
|
229
|
|
•
|
खड़िया साहित्य
|
230
|
|
•
|
हिंदी साहित्य एवं साहित्यकार
|
230
|
|
6
|
शिक्षण संस्थान
|
235-241
|
|
•
|
झारखंड शिक्षा के क्षेत्र में
|
235
|
|
•
|
झारखंड के प्रमुख विश्वविद्यालय
|
238
|
|
•
|
झारखंड के प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान
|
239
|
|
7
|
झारखंड में खेलकूद
|
245-257
|
|
•
|
भूमिका
|
245
|
|
•
|
झारखंड खेल नीति, 2007
|
246
|
|
•
|
झारखंड में 34वें राष्ट्रीय खेल
|
249
|
|
•
|
झारखंड के प्रमुख क्रीड़ास्थल
|
253
|
|
•
|
झारखंड के खेल विभूति
|
255
|
|
•
|
स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड समर गेम्स, लॉस एंजेलिस
|
257
|
|
8
|
जमीन संबंधी कानून
|
259-292
|
|
•
|
छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम, 1908
|
259
|
|
•
|
संताल परगना भूधारण (अनुपूरक उपबंध) अधिनियम,
1949
|
279
|
|
•
|
अन्य राज्यों के भूमि संबंधी कानून
|
292
|
|
9
|
1947 से राज्य में आर्थिक विकास
|
295-331
|
|
•
|
झारखंड : भौगोलिक स्थिति
|
295
|
|
•
|
झारखंड की जलवायु
|
301
|
|
•
|
झारखंड की प्रमुख नदियाँ
|
304
|
|
•
|
प्रमुख जलप्रपात,
झील और बाँध
|
309
|
|
•
|
झारखंड में बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजनाएँ
|
312
|
|
•
|
झारखंड की सतही मिट्टी
|
315
|
|
•
|
खान एवं खनिज
|
316
|
|
•
|
परिवहन एवं संचार
|
324
|
|
10
|
झारखंड की नीति
|
333-421
|
|
•
|
औद्योगिक नीति
|
335
|
|
•
|
विस्थापन एवं पुनर्वास नीति
|
359
|
|
•
|
प्रत्यार्पण एवं पुनर्वास नीति, 2009
|
372
|
|
•
|
झारखंड में स्थानीयता नीति
|
379
|
|
•
|
झारखंड में खाद्य सुरक्षा अधिनियम
|
380
|
|
•
|
सेवा का अधिकार कानून, 2011
|
383
|
|
•
|
अन्य महत्त्वपूर्ण नीतियाँ
|
386
|
|
•
|
भूमि बैंक
|
421
|
|
11
|
झारखंड का औद्योगिक विकास
|
430-436
|
|
•
|
झारखंड के प्रमुख उद्योग-धंधे
|
430
|
|
•
|
वृहद् उद्योग
|
432
|
|
•
|
झारखंड में औद्योगिक विकास
|
436
|
|
12
|
योजनाएँ
|
440-459
|
|
13
|
वन और वन्य जंतु
|
460-470
|
|
•
|
वन एवं वनों के प्रकार
|
460
|
|
•
|
वन संपदा
|
464
|
|
•
|
वन प्रबंधन
|
466
|
|
•
|
वन्य जीव-जंतु एवं संरक्षण
|
468
|
|
•
|
प्रमुख उद्यान एवं अभयारण्य का विवरण
|
470
|
|
14
|
पर्यावरण
|
474-484
|
|
•
|
प्रदूषण
|
475
|
|
•
|
जलवायु परिवर्तन
|
482
|
|
•
|
पर्यावरण संरक्षण
|
483
|
|
15
|
आपदा प्रबंधन
|
488-493
|
|
•
|
झारखंड में विभिन्न आपदाएँ
|
489
|
|
•
|
झारखंड में आपदा प्रबंधन
|
493
|
|
16
|
समसामयिकी
|
501-521
|
|
•
|
समसामयिक घटनाएँ
|
501
|
|
•
|
पुरस्कार व सम्मान
|
514
|
|
•
|
झारखंड का आर्थिक सर्वेक्षण
2016-17
|
517
|
|
•
|
झारखंड बजट, 2017-18
|
521
|
|
•
|
विविध तथ्य
|
535
|
|
17
|
संप्रति झारखंड
|
541-569
|
|
18
|
झारखंड का सांख्यिकीय उपस्थापन
|
560-573
|
|
19
|
झारखंड प्रश्नावली
|
574-646
|
|
परिशिष्ट - 1
|
647-657
|
||
परिशिष्ट - 2
|
658-660
|
||
परिशिष्ट - 3
|
661-665
|
||
परिशिष्ट - 4
|
666-669
|
||
परिशिष्ट - 5
|
670-671
|
English book available
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